भगवत्-चेतन सत्ता की दृष्टि से अमृत बरसता है।
ईश्वर-चेतनावान प्राणी उलझनों से मुक्त है।
ईश्वर-चेतनावान प्राणी की जीवनशैली निष्कलंक शुद्ध होती है।
आध्यात्मिक ज्ञान ईश्वर-चेतनावान प्राणी का भोजन है।
हे नानक! भगवत्-चेतनावान प्राणी भगवान के ध्यान में लीन है। ||३||
ईश्वर-चेतना वाला प्राणी अपनी आशाएं केवल एक पर ही केन्द्रित करता है।
ईश्वर-चेतनावान प्राणी कभी नष्ट नहीं होगा।
ईश्वर-चेतना वाला प्राणी विनम्रता में डूबा रहता है।
ईश्वर-चेतनावान प्राणी दूसरों का भला करने में प्रसन्न होता है।
ईश्वर-चेतनावान प्राणी को कोई सांसारिक उलझन नहीं होती।
ईश्वर-चेतनावान प्राणी अपने भटकते मन को नियंत्रण में रखता है।
ईश्वर-चेतना वाला प्राणी सर्वजन हिताय कार्य करता है।
ईश्वर-चेतना से युक्त प्राणी फल-फूल कर फलता-फूलता है।
भगवत्-चेतना की संगति में सभी का उद्धार हो जाता है।
हे नानक, ईश्वर-चेतना से सारा जगत ईश्वर का ध्यान करता है। ||४||
ईश्वर-चेतनावान प्राणी केवल एक ईश्वर से ही प्रेम करता है।
ईश्वर-चेतनावान प्राणी ईश्वर के साथ रहता है।
भगवत्-चेतनावान प्राणी नाम को अपना आधार मान लेता है।
भगवत्-चेतनावान प्राणी का परिवार नाम ही है।
ईश्वर-चेतनावान प्राणी सदैव जागृत और सजग रहता है।
भगवत्-चेतनावान प्राणी अपने अहंकार को त्याग देता है।
ईश्वर-चेतनावान प्राणी के मन में परम आनन्द रहता है।
ईश्वर-चेतना वाले प्राणी के घर में शाश्वत आनंद है।
ईश्वर-चेतना से युक्त प्राणी शांतिपूर्ण सुख में निवास करता है।
हे नानक! ईश्वर-चेतनावान प्राणी का कभी नाश नहीं होगा। ||५||
ईश्वर-चेतनावान प्राणी ईश्वर को जानता है।
ईश्वर-चेतनावान प्राणी केवल एक से ही प्रेम करता है।
ईश्वर-चेतनावान प्राणी चिंतामुक्त होता है।
ईश्वर-चेतनावान प्राणी की शिक्षाएँ शुद्ध हैं।
ईश्वर-चेतन प्राणी को ऐसा ईश्वर ने ही बनाया है।
ईश्वर-चेतनावान प्राणी महिमापूर्ण रूप से महान है।
भगवत्-चेतना का दर्शन, धन्य दर्शन, बड़े सौभाग्य से प्राप्त होता है।
मैं अपना जीवन उस ईश्वर-चेतनावान प्राणी के लिए बलिदान करता हूँ।
महान भगवान शिव ईश्वर-चेतना की खोज करते हैं।
हे नानक! ईश्वर-चेतन सत्ता स्वयं ही परम प्रभु ईश्वर है। ||६||
ईश्वर-चेतना का मूल्यांकन नहीं किया जा सकता।
ईश्वर-चेतनावान प्राणी के मन में ही सब कुछ है।
ईश्वर-चेतना का रहस्य कौन जान सकता है?
उस ईश्वर-चेतनावान सत्ता को सदैव नमन करो।
ईश्वर-चेतना को शब्दों में वर्णित नहीं किया जा सकता।
ईश्वर-चेतनावान प्राणी सबका प्रभु और स्वामी है।
ईश्वर-चेतना की सीमाओं का वर्णन कौन कर सकता है?
केवल ईश्वर-चेतनावान प्राणी ही ईश्वर-चेतनावान प्राणी की स्थिति को जान सकता है।
ईश्वर-चेतना वाले प्राणी का कोई अंत या सीमा नहीं है।
हे नानक, उस ईश्वर-चेतन सत्ता को सदा-सदा के लिए आदरपूर्वक नमन करो। ||७||
ईश्वर-चेतनावान सत्ता समस्त संसार की सृष्टिकर्ता है।
ईश्वर-चेतनावान प्राणी सदैव जीवित रहता है, उसकी मृत्यु नहीं होती।
ईश्वर-चेतनावान सत्ता आत्मा की मुक्ति का मार्ग प्रदान करने वाली है।
ईश्वर-चेतनावान सत्ता ही पूर्ण सर्वोच्च सत्ता है, जो सभी का संचालन करती है।
ईश्वर-चेतनावान प्राणी असहायों का सहायक है।
ईश्वर-चेतनावान प्राणी अपना हाथ सबकी ओर बढ़ाता है।
ईश्वर-चेतनावान सत्ता सम्पूर्ण सृष्टि की स्वामी है।