तुम शहर में हो
तुम वन में हो। २.६८।
तुम ही गुरु हो
गुफाओं में कला.
तुम रसहीन हो
तुम अवर्णनीय हो।३.६९।
तुम सूर्य हो।
तुम चन्द्रमा हो।
तुम गतिविधि हो
तू रुग्णता है।४.७०।
तुम ही धन हो
तुम मन हो.
तुम ही वृक्ष हो
तुम वनस्पति हो।५.७१.
तुम ही बुद्धि हो।
तुम ही मोक्ष हो।
तू ही व्रत है
तुम ही चेतना हो।६.७२।
तुम पिता हो।
तुम पुत्र हो.
तू ही माँ है
तुम ही मुक्ति हो।७.७३।
तुम ही वह आदमी हो
तुम ही वह स्त्री हो।
तू ही प्रियतम है
तुम ही धर्म हो।८.७४।
तुम विध्वंसक हो
तुम ही कर्ता हो।
तुम ही धोखेबाज हो
तू ही शक्ति है।९.७५।
तुम सितारे हो
तुम आकाश हो.
तुम पर्वत हो।
तुम सागर हो।१०.७६।
तुम सूर्य हो।
तुम सूर्य की रोशनी हो.
तू ही गर्व है
तुम ही धन हो।११.७७।
तुम विजेता हो
तुम विध्वंसक हो.
तुम वीर्य हो
तुम ही वह स्त्री हो।१२.७८।
आपकी कृपा से नरराज स्टंजा
तेरी मनमोहक चमक चाँदनी को चकित कर देती है
तेरी राजसी महिमा शानदार दिखती है।
अत्याचारियों का गिरोह दबा दिया गया है
ऐसी है तेरी महानगरी (जगत) की शोभा।१.७९।
युद्ध भूमि में चण्डिका (देवी) की भाँति विचरण करना