‘नीरलयानि’ शब्द कहकर ‘नासिक-आरिणी’ शब्द जोड़ दो और बिना किसी भेदभाव के तुपक के सभी नामों को जान लो ।।1182।।
सर्वप्रथम 'जलयानि' (पृथ्वी) स्थिति में रहें।
फिर 'पति अरिनी' शब्द बोलें।
इसे सभी बूंदों का नाम समझो।
पहले जलयानि शब्द बोलकर पतिआरिणी शब्द बोलें और तुपक के सभी नामों को पहचानें।1183।
सबसे पहले 'बरिधानी' (पृथ्वी) शब्द का उच्चारण करें।
अंत में 'पति अरी' शब्द जोड़ें।
इसे सभी बूंदों का नाम कहो।
पहले ‘वारधिनी’ शब्द बोलकर, उसके बाद ‘पति अरि’ शब्द जोड़कर गुणवान लोगों के लिए तुपक नाम बोलें।।११८४।।
सबसे पहले 'धरेसनी' शब्द का उच्चारण करें।
इसके अंत में 'मथानी' शब्द जोड़ें।
इसे सभी बूंदों का नाम समझो।
“धरेषणी” शब्द बोलकर अंत में “मथानी” शब्द जोड़ दो और तुपक के सभी नाम बिना किसी संदेह के जान लो ।।११८५।।
सबसे पहले 'उरब्रेस्नी' (राजा की सेना) का पाठ करें।
अंत में 'मथानी' शब्द जोड़ें।
इसे सभी बूंदों का नाम समझो।
“लोर्भरेशनी” शब्द बोलते हुए “मथानी” शब्द जोड़ें और तुपक के सभी नामों को पहचानें।११८६।
पहले 'गोरा' (पृथ्वी) (शब्द) का उच्चारण करें।
(फिर) अंत में 'Es Antakani' शब्द जोड़ें।
सभी लोग इसे तुपका का नाम मानते हैं।
‘गोरा’ शब्द का उच्चारण करते हुए अंत में ‘ईश-अन्तकनि’ शब्द जोड़ें और तुपक के सभी नामों को पहचानें।११८७।
सबसे पहले 'अवनेसानी' (शाही सेना) शब्द बोलें।
(फिर) अंत में 'मथानी' शब्द जोड़ें।
इसे सभी बूंदों का नाम समझो।
अवनीशानी शब्द कहकर मथानी शब्द जोड़ दे और निर्भय होकर तुपक के सब नाम जान ले ।।११८८।।
सबसे पहले 'दिग्जनि' (पृथ्वी) शब्द का उच्चारण करें।
अंत में 'esardani' शब्द जोड़ें।
इसे सभी बूंदों का नाम समझो।
पहले ‘दिग्गजनि’ शब्द बोलकर अंत में ‘इशारादानी’ शब्द बोलें तथा अपनी प्रवृत्ति के अनुसार उनका प्रयोग करने के लिए तुपक के नामों को पहचानें।1189।
सबसे पहले 'कुंभिनेसनि' शब्द का उच्चारण करें।
अंत में 'अरिनी' शब्द जोड़ें।
इसे सभी बूंदों का नाम समझो।
सर्वप्रथम “कुम्भाशिनी” शब्द बोलकर अन्त में “अरिणी” शब्द जोड़ दें तथा तुपक के सभी नामों को पहचान लें।११९०।
पहले 'माह एसानी' (शाही सेना) शब्द का प्रयोग करें।
फिर अंत में 'अरिनी' शब्द जोड़ें।
इसे सभी बूंदों का नाम समझो।
सबसे पहले “महीशानी” शब्द बोलकर अंत में “अरिनी” शब्द जोड़ें और तुपक के सभी नाम जानें।११९१।
सबसे पहले 'माएदेसानी' शब्द का उच्चारण करें।
अंत में 'घारी' (विनाशकारी) शब्द जोड़ें।
इसे सभी बूंदों का नाम समझो।
सबसे पहले “मेनेशानी” शब्द रखकर अंत में “घायक” शब्द जोड़ें और तुपक के सभी नामों को पहचानें।११९२.
अधिचोल
सर्वप्रथम 'वसुंधरेस्नी' (पृथ्वी पति की सेना) का जाप करें।
इसके अंत में 'सही' शब्द जोड़ें।
मन की हर बूँद का नाम समझो।
पहले ‘वसुंधरेषणि’ शब्द बोलकर, उसके बाद ‘दहनी’ शब्द जोड़कर मन में तुपक के सभी नाम जान लें ।।११९३।।
चौपाई
सबसे पहले 'बसुंधरेसनि' (शब्द) का उच्चारण करें।