आसफ खान उमराव के साथ आठ सौ पत्नियाँ रहती थीं।
वह प्रतिदिन बड़ी प्रसन्नता से मन ही मन उनमें रुचि लेता था। 1.
चौबीस:
उनकी (एक) पत्नी रोशनजहाँ थीं
ऐसा लगता है जैसे भगवान ने इसे अपने हाथों से बनाया हो।
आसफ खान उनसे बहुत प्यार करते थे।
लेकिन उस महिला को उसमें कोई दिलचस्पी नहीं थी। 2.
(वहां) मोतीलाल नाम का एक शाह का बेटा था
जिन्हें भगवान ने अनेक रूप दिए।
जब इस महिला ने उसे देखा,
तब से वह उससे प्यार करने लगी।
उसने अपने एक दोस्त को बुलाया।
(उसका) हित जानकर उसे समझाया।
जाओ और मेरे दोस्त को बताओ
आप मुझ पर कृपालु बने रहें। 4.
खुद:
(उस स्त्री ने संदेश भेजा) हे प्रिये! तुम्हारे मोती शराब के गिलास हैं, या गुलाब के फूल हैं या शराब के नशे में हैं।
तीर या हरिण या तलवार (तेज) या विषैले साँप जैसे होते हैं।
सुरमा पहनकर बैठी महिलाएं दर्द निवारक या नींद से भरी होती हैं।
प्रेम में जाग, या रंगे किसी के रंग में। हे सखी! मेरे प्रियतम के अधर अति रसीले। ५।
अडिग:
अगर चाँदनी रात में हमें वो सज्जन मिल जाएँ
फिर उसके शरीर को पकड़कर गाल पर रखना चाहिए।
उस पर पल-पल आक्रमण करते हुए एक भी चांटा न छोड़ें।
पचास वर्ष के बीत जाने को एक दिन के बीत जाने के समान मत समझो। 6.
प्रियतम को पाकर मैं क्षण-क्षण उससे विमुख हो जाऊँगा।
मैं उसके दोनों चेहरे देखकर उलझन में हूँ।
उसके होठ चूसकर दुनिया में जवान बने रहो।
अपने मन की बात किसी को मत बताओ। 7.
मुझे मृत्यु के बाद भी अपने प्रियतम से लिपटे रहने दो।
शरीर चाहे असंख्य टुकडे़ हो जाएं (तब भी) तो उसे छोडक़र भागना नहीं चाहिए।
मुझे एक पागल आदमी की तरह मरने दो, एक सज्जन व्यक्ति का कान छिदवाकर।
और कब्र में पड़े हुए भी मैं अपने प्रियतम से सदैव प्रेम रखूंगा। 8.
जहां अल्लाह काजी बनकर फैसला करेगा
और सभी आत्माओं को अपने पास बुलाएगा।
वहीं खड़े होकर, निडर होकर उत्तर देंगे
अरे यार! तेरे प्यार में मुझे किसी की परवाह नहीं। 9।
अपने प्रियतम का रूप देखकर मैं पागल हो गया हूँ।
हे सखी! मैं तो बिना परवाह किए ही बिक गया।
उससे मिलने के लिए जो कुछ भी तुम कर सकते हो करो।
(सफल होने पर) हे सखी! मैं तेरी सारी दरिद्रता दूर कर दूँगा। 10.
दोहरा:
उसकी लाचारी देखकर सखी वहाँ से भाग गई।
उसने उस सम्माननीय महिला से मित्रता कर ली। 11.
अडिग:
जब महिला को मिला मनचाहा साथी
इस प्रकार सुन्दरी ने उसके हृदय का सारा दुःख दूर कर दिया।
उसके साथ भरपूर आनन्द लेने के बाद वह स्त्री उसकी हो गई।