(फिर) अंत में 'मथानी' शब्द जोड़ें।
इसे सभी बूंदों का नाम समझो।
'वसुंधरेषणि' शब्द बोलकर अंत में 'मथानी' शब्द जोड़ दें तथा प्रतिभाशाली व्यक्तियों के लिए तुपक के सभी नाम जान लें।1194.
सर्वप्रथम 'नराधिपानी' (राजा की सेना) (शब्द) का पाठ करें।
इसके अंत में 'मथानी' शब्द जोड़ें।
इसे सभी बूंदों का नाम समझो।
सर्वप्रथम नाराधिपानी शब्द बोलकर अंत में मथानि शब्द जोड़ दें और तुपक के सभी नाम जान लें।।११९५।।
अधिचोल
सर्वप्रथम 'मनुखेसनी' (राजा की सेना) (शब्द) का उच्चारण करें।
इसके अंत में 'अंतकानि' शब्द जोड़ें।
हे चतुर लोगों, इसे तुपक नाम से पहचानो।
सर्वप्रथम ‘मनुषेषणि’ शब्द कहकर ‘अन्तकनि’ शब्द का उच्चारण करो और तुपक नाम को बिना किसी संदेह के पहचान लो।।1196।।
सबसे पहले 'देस एस्नी' (देश के राजा की सेना) शब्द बोलें।
इसके अंत में 'अर्दानी' शब्द जोड़ें।
इसे उस सर्वज्ञ बूँद का नाम समझो।
पहले देश-इशानी शब्द बोलकर अंत में अरदानी शब्द जोड़ दें तथा कविता में प्रयोग करने के लिए तुपक के सभी नाम जान लें।1197.
पहले 'जनपदेसनी' (राजा की सेना) (शब्द) का उच्चारण करें।
(फिर) इसके अंत में 'अंतकानि' शब्द जोड़ें।
अपने मन में एक बूँद का नाम समझो।
पहले “जनपदेशनि” शब्द बोलकर “अन्त्यन्तकनि” शब्द जोड़ दो और तुपक के सभी नाम जान लो ।।११९८।।
सबसे पहले 'मानवेन्द्रवी' (राजा की सेना) शब्द का उच्चारण करें।
फिर 'अन्ती अन्ताकनी' शब्द जोड़ें।
चिट में सभी लोग इसे तुपक के नाम से जानें।
सर्वप्रथम ‘माणवेन्द्राणि’ शब्द कहकर ‘अन्त्यन्तकनि’ शब्द बोले तथा वर्तमान, भूत और भविष्य के लिए तुपक के नाम जाने।।1199।।