पहले ‘धरा’ शब्द बोलो, फिर ‘जा’, ‘चर’ और ‘शत्रु’ शब्द बोलो, मन में तुपक नाम धारण करो ।।७८१।।
दोहरा
पहले 'भूमिज' (शब्द) बोलें और फिर 'चर' शब्द का उच्चारण करें।
'भूमिज' शब्द का उच्चारण करके फिर 'चर-रिपु' कहकर सेना के वीर तुआक का नाम ठीक-ठीक समझो।
चौपाई
सर्वप्रथम 'द्रुमणी' (बाणों सहित पृथ्वी) शब्द का जाप करें।
(फिर) 'जा चार' कहकर 'नायक' शब्द जोड़ें।
फिर 'शत्रु' शब्द का वर्णन करें।
सर्वप्रथम “द्रुमणी” शब्द बोलकर फिर “जा, चर, नायक और शत्रु” जोड़कर तुपक के सभी नाम जानें।७८३.
पहले 'ब्रिचनिज' (घास) का उच्चारण करें।
इसके बाद 'चरनायक' शब्द जोड़ें।
फिर 'शत्रु' शब्द का वर्णन करें।
पहले ‘वृखनीज’ बोलकर, फिर ‘चरणादिक’ जोड़कर और फिर ‘शत्रु’ शब्द बोलकर तुपक के नाम समझें।784.
पहले 'धरेसरनी' (बाणों की भूमि) शब्द बोलें।
उसके बाद 'जा चार' शब्द जोड़ें।
फिर 'शत्रु' शब्द का उच्चारण करें।
पहले ‘धरऐश्वर्याणि’ शब्द बोलकर फिर ‘जा, चर और शत्रु’ शब्द जोड़कर तुपक के सभी नामों को समझे।।७८५।।
सर्वप्रथम 'धररत्नी' (बाणों से युक्त पृथ्वी) शब्द का उच्चारण करें।
फिर 'जा चार नायक' शब्द जोड़ें।
इन सभी बूंदों के नामों पर विचार करें।
पहले ‘धारा-रातनि’ कहकर फिर ‘जा-चार-नायक’ बोलो और तुपक के सब नामों को जानकर उसमें कोई भेदभाव न मानो।।७८६।।
अधिचोल
सबसे पहले 'बरिदहानी' (पानी वाली धरती) शब्द का उच्चारण करें।
फिर अंत में 'जा चार नायक' शब्द जोड़ें।
इसके अंत में 'शत्रु' शब्द बोलें।
पहले वारिधि शब्द बोलो, उसके बाद जा-चर-नायक, फिर शत्रु शब्द जोड़ो। इस प्रकार तुपक के सभी नाम मन में धारण करो।
सबसे पहले 'समुद्राणी' (भूमि सहित सागर) शब्द का उच्चारण करें।
फिर इसमें 'जा चार' शब्द जोड़िए।
इसके अंत में 'शत्रु' शब्द रखें।
पहले “समुन्द्राणि” शब्द का उच्चारण करो, तदनन्तर “जा, चर और शत्रु” शब्दों को जोड़कर बोलो, हे कुशल लोगों, तुम तुपक के सभी नामों पर विचार करो।।७८८।।
पहले 'निर्रासी' (पानीदार, मिट्टीदार) शब्द का उच्चारण करें।
इसके अंत में 'जा चार नायक' शब्द जोड़ें।
इसके अंत में 'शत्रु' शब्द बोलें।
सर्वप्रथम ‘नीर-राशि’ शब्द बोलें, फिर ‘जा-चार-नायक’ जोड़ें, तत्पश्चात अंत में ‘शत्रु’ जोड़ें, और इस प्रकार तुपक के सभी ‘ना’ को पहचानें।
चौपाई
सर्वप्रथम 'निरलयानि' (जल धारण करने वाली, पृथ्वी) शब्द का जाप करें।
फिर 'जा चार नायक' वाक्यांश जोड़ें।
इसके अंत में 'शत्रु' शब्द रखें।
पहले ‘नीरलायनि’ शब्द बोलें, फिर ‘जा-चार, नायक’ और बाद में ‘शत्रु’ शब्द बोलें, और मन में तुपक के नामों को पहचानें ।।७९०।।
अधिचोल
सर्वप्रथम 'निराधानी' (पृथ्वी) शब्द का उच्चारण करें।
उसके बाद 'जा चार नायक' शब्द जोड़ें।
अंत में 'शत्रु' शब्द का उच्चारण करें।
प्रारम्भ में ‘नीरधानी’ शब्द बोलकर फिर ‘जा-चार-नायक’ शब्द जोड़कर अन्त में ‘शत्रु’ शब्द कहकर हे कुशल लोगों! इस प्रकार तुपक के सम्पूर्ण नामों को समझो।।७९१।।
दोहरा
पहले 'बरलयाणी' (पृथ्वी) शब्द बोलें और फिर 'जा चार पति' शब्द जोड़ें।
पहले ‘वरलयाणि’ शब्द बोलकर फिर ‘जा-चर-शत्रु’ शब्द जोड़कर तुपक के नामों को समझो।
अधिचोल