अपनी मृत्यु के समय मेरे पति ने कहा,
'मेरे पति ने मरते समय यही वसीयत की थी और मैं आपको यही बता रही हूं।
(एक) श्रेष्ठ ब्राह्मण ने राजा को श्राप दिया था,
'एक पुजारी ने राजा को श्राप दिया था कि वह दरिद्र हो जायेगा।(10)
दोहिरा
'और उसके द्वार पर ही राजा अपना आसन ग्रहण कर लेता था,
राजपद त्यागने के बाद वह दरिद्र हो जायेगा।'(11)
तब राजा ने उससे (ब्राह्मण से) कहा कि मुझे कभी न कभी ऋण मिल ही जायेगा।
जो बात उस श्रेष्ठ ब्राह्मण ने राजा से कही थी, वही मैं तुमसे कह रहा हूँ।
चौपाई
(तुम) कुछ दिन किले के द्वार पर रहो
('पुजारी ने राजा से कहा था,) 'तुम कुछ दिन द्वार पर रुककर कष्ट सहन करने का प्रयत्न करोगे।
(तब) रानी खोजती हुई यहाँ आएगी
“एक दिन रानी आएगी और तुम्हें राज्य देगी।(१३)
दोहिरा
“आप उसी तरह शासन करेंगे, यद्यपि आपकी प्रस्तुति अलग होगी।”
'मैं यह बात उसी प्रकार कह रहा हूं जिस प्रकार राजा ने मुझे बताई थी।(14)
चौपाई
तुम और मैं उसे खोजने चलते हैं
'तुम और मैं बाहर जाकर राजा की इच्छानुसार खोज करेंगे।
तभी मैं दुनिया में रह पाऊंगा,
'मैं इस संसार में तभी जीवित रह सकता हूँ जब मुझे पुनः राजा प्राप्त हो जाये।'(15)
मंत्री रानी के साथ वहाँ गए
रानी के साथ मंत्री भी बाहर गए और उस आदमी को राजा घोषित कर दिया।
उसने उसे पूरे देश का राजा बना दिया
उसे सारे देश का राजा बनाकर सिंहासन पर बैठा दिया गया और सारी शक्ति उसे सौंप दी गई।(16)
दोहिरा
राजा की हत्या करके उसने स्वयं छल किया था,
और उस दरिद्र को राजा बनाकर बहुत प्रसन्न हुए।(17)(1)
शुभ चरित्र का 63वाँ दृष्टान्त - राजा और मंत्री का वार्तालाप, आशीर्वाद सहित सम्पन्न। (63)(1127)
चौपाई
एक राजा था मंगल सिंह।
वहां मैंगल सिंह नाम का एक राजा रहता था, जो रघुवंश के वंश से था।
उसके घर में एक सुन्दर स्त्री थी।
उसके घर में एक औरत थी, जो, ऐसा प्रतीत होता है, स्वयं भगवान द्वारा बनाई गई थी।(1)
सोरथा
वह संसार में दंतप्रभा के नाम से प्रसिद्ध थी और उसकी सुन्दरता अत्यन्त सुन्दर थी।
इंद्र और सभी देवताओं द्वारा प्रशंसित।(2)
दोहिरा
उसके निवास में एक उत्तम दासी रहती थी,
जो वेद, व्याकरण, छह शास्त्र, दर्शन और कोक-शास्त्र में पारंगत थे।(3)
उसकी सुन्दरता को देखकर राजा उस पर मोहित हो गया।
परन्तु अपनी स्त्रियों के भय से वह उसे कोई उपहार न दे सका।(4)
चौपाई
राजा ने एक अंगूठी ले ली
राजा ने एक अंगूठी लाकर उस दासी को दे दी।
उसे यह समझाया
उसने उससे कहा कि वह कहे कि उसे यह खोया हुआ मिला है।(5)