सर्वप्रथम जननी शब्द बोलकर अंत में मथानी शब्द जोड़ दें तथा बिना किसी भेदभाव के मन में तुपक के सभी नाम जान लें।1149।
सर्वप्रथम मुख से 'सुहिरदिनी' शब्द का उच्चारण करें।
फिर इसके अंत में 'अरिनी' शब्द जोड़ें।
(यह) सभी चतुर लोग अपने मन में बूंद का नाम समझते हैं।
सर्वप्रथम ‘सुहिरद्यनि’ शब्द बोलकर अंत में ‘आरिणी’ शब्द जोड़ दें तथा चतुराई से तुपक के सभी नामों को जान लें और अपनी प्रवृत्ति के अनुसार उनका काव्य में प्रयोग करें।1150.
चौपाई
सबसे पहले 'मनुखानी' (सेना) शब्द का उच्चारण करें।
(फिर) इसके अंत में 'अरिनी' शब्द का प्रयोग करें।
इसे सभी बूंदों का नाम समझो।
पहले मनुष्यानि शब्द बोलकर अंत में अरिनी शब्द लगा दें तथा तुपक के सभी नाम जान लें तथा इच्छानुसार उनका प्रयोग करें।1151.
सबसे पहले 'पत्नी' शब्द का उच्चारण करें।
इसके अंत में 'अन्तक' शब्द जोड़ें।
इसे सभी बूंदों का नाम समझिए।
“मृत्यानि” शब्द बोलते हुए अंत में “अरिनी” शब्द जोड़ दें और तुपक के सभी नामों को जान लें, आप उन्हें इच्छानुसार कहीं भी उल्लेख कर सकते हैं।1152.
सबसे पहले 'मनुखानी' (पुरुषों की एक सेना) शब्द का उच्चारण करें।
इसके अंत में 'मथनी' शब्द का प्रयोग करें।
इसे सभी बूंदों का नाम समझिए।
“मानिनी” शब्द बोलते हुए “मथानी” शब्द जोड़ें और इच्छानुसार प्रयोग करने के लिए तुपक के सभी नामों को जानें।११५३।
सर्वप्रथम 'मणिख्यानि' (पैदल सेना) शब्द का उच्चारण करें।
इसके अंत में 'मथनी' शब्द का प्रयोग करें।
इसे सभी बूंदों का नाम समझो।
प्रारम्भ में ‘मनुष्यानि’ शब्द बोलकर अन्त में ‘मथानि’ शब्द जोड़ दो और तुपक के सभी नाम जान लो ।।११५४।।
पहले 'नाराणी' शब्द का उच्चारण करें।
इसके अंत में 'अरिनी' शब्द जोड़ें।
इसे सभी बूंदों का नाम समझो।
पहले “नारनी” शब्द बोलकर “अरिनी” शब्द जोड़ दें और बिना किसी भेदभाव के तुपक के सभी नाम जान लें।1155।
सर्वप्रथम 'मनवाणी' शब्द का उच्चारण करें।
इसके अंत में 'शत्रु' शब्द जोड़ें।
इसे सभी बूंदों का नाम समझो।
पहले मानवनि शब्द बोलकर अंत में शत्रु शब्द लगाओ और तुपक के सभी नामों को बिना किसी संदेह के जान लो ।।1156।।
अधिचोल
सर्वप्रथम 'पृथिरत्नी' (राजा की सेना) (शब्द) का जाप करें।
इसके अंत में 'अरिनी' शब्द जोड़ें।
अपने हृदय में उस बूँद का नाम जानो।
पहले ‘पृथि-रत्नानि’ शब्द बोलकर अंत में ‘अरिणी’ शब्द लगाओ और तुपक के सभी नामों को बिना किसी संदेह के जान लो ।।1157।।
चौपाई
सबसे पहले 'छित्निसनी' शब्द का उच्चारण करें।
फिर 'अरणी' शब्द जोड़ें।
इसे सभी बूंदों का नाम कहो।
‘क्षिति-नीषाणी’ शब्द कहकर ‘अरिणी’ शब्द बोलें तथा तुपक के सभी नाम बोलें।।११५८।।
सबसे पहले 'छत्रिस्नी' (शाही सेना) शब्द का उच्चारण करें।
इसके अंत में 'मथानी' शब्द जोड़ें।
सभी बूंदों का नाम पहचानो।
पहले “क्षत्रियेषाणी” शब्द बोलकर अंत में “मथानी” शब्द जोड़ दें और बिना किसी भेदभाव के तपाक के सभी नामों को पहचान लें।।1159।।
सबसे पहले 'चमी इस्नी' (राजा की सेना) शब्द का उच्चारण करें।
इसके अंत में 'मथानी' शब्द जोड़ें।
इसे सभी बूंदों का नाम समझिए।
क्ष्मेषणी शब्द कहकर उसमें मथानि शब्द जोड़ दो तथा बुद्धिमान पुरुषों को सुनाने के लिए तुपक के नाम जानो।।1160।।