‘रिपुपाकार रिपु’ शब्द कहकर तीन बार ‘नायक’ शब्द जोड़ें, फिर अन्त में ‘रिपु’ शब्द बोलकर तुपक नामों का उच्चारण करें ।।१३०८।।
सर्वप्रथम 'इन्द्रान्तक (विशाल) अरि' शब्द का उच्चारण करें।
इसमें 'हीरो' शब्द तीन बार जोड़ें।
उसके बाद 'शत्रु' शब्द रखें।
पहले ‘इन्द्रान्तक अरि’ शब्द बोलकर, तीन बार ‘नायक’ शब्द जोड़कर, फिर अन्त में ‘शत्रु’ शब्द जोड़कर, मन में तुपक के सभी नाम जान लें ।।१३०९।।
सबसे पहले मुख से 'देव' शब्द का उच्चारण करें।
अंत में 'अर्दान' बोलें और फिर 'अर्दान' शब्द जोड़ें।
उसके साथ तीन बार 'पति' शब्द बोलें।
अपने मुख से ‘देव’ शब्द बोलकर अंत में ‘अर्दन’ शब्द जोड़ें, तत्पश्चात ‘पति’ शब्द तीन बार बोलें, फिर ‘अरि’ शब्द जोड़कर मन में तुपक के नाम जानें ।।१३१०।।
(सबसे पहले) मुख से 'अमरा अर्दन' शब्द बोलें।
इसमें 'हीरो' शब्द तीन बार जोड़ें।
फिर बुद्धिमान लोग 'रिपु' शब्द कहकर तुपक नाम को पहचानें।
पहले ‘अमरा अर्दन’ शब्द बोलकर तीन बार ‘नायक’ शब्द जोड़ें, फिर ‘रिपु’ शब्द बोलकर काव्य में तुपक के नामों का बिना किसी भेदभाव के प्रयोग करें।।१३११।।
सर्वप्रथम 'निर्जरारि (अनादि देवताओं का शत्रु राक्षस) अर्दन' श्लोक का जाप करें।
इसमें 'नृप' शब्द तीन बार जोड़ें।
(फिर) दूसरे शब्द को जोड़कर सरल करें! टुपैक का नाम समझें।
सर्वप्रथम “निर्जरारि अर्दं” शब्द बोलकर, “नृप” शब्द तीन बार जोड़ें, तत्पश्चात “अरि” शब्द बोलकर, अरिल छंद में प्रयोग करने के लिए तुपक के नाम जानें।।१३१२।।
सर्वप्रथम 'बिबुद्धान्तक (देवताओं का अंत करने वाले राक्षस) अन्तक' शब्द का जाप करें।
इसमें 'नृप' शब्द तीन बार जोड़ें।
(तो) चतुराई से 'रिपु' शब्द जोड़ दो! उसे नाम-गिरावट ही समझो।
सर्वप्रथम ‘विबुद्धान्तक अन्तक’ शब्द को तीन बार बोलकर, फिर ‘रिपु’ शब्द का उच्चारण करके, रूआआल छंद में निःसंकोच प्रयोग करने के कारण तुपक के नामों को जान लें।।१३१३।।
सर्वप्रथम 'सुपरबाना (देवता) बट अरी' पद का पाठ करें।
(फिर) 'पति' शब्द तीन बार जोड़ें।
'Ari' जोड़कर बूंद का नाम पहचानें।
पहले ‘सपरबाण परि अरि’ शब्द बोलकर, तीन बार ‘पति’ शब्द जोड़कर, फिर ‘अरि’ शब्द बोलकर, तुपक के नाम जानकर, चांचेरया श्लोक में उनका निर्भयतापूर्वक प्रयोग करें।।१३१४।।
सर्वप्रथम 'त्रिद्वेष' (इन्द्र) शब्द का उच्चारण करें।
(फिर) 'अरी अरी' कहते हुए तीन बार 'नृप' शब्द का जप करें।
फिर उसके अंत में 'शत्रु' शब्द का उच्चारण करें।
त्रिदेवेश शब्द बोलते हुए पहले अरि अरि शब्द और फिर नृप शब्द तीन बार जोड़ें, फिर अंत में शत्रु शब्द जोड़ें और तुपक नाम जानें।।१३१५।।
सर्वप्रथम 'वृन्दार्क (देवता) अरि अरि' का जाप करें।
इसमें 'पति' शब्द तीन बार जोड़ें।
फिर उसके अंत में 'शत्रु' शब्द का उच्चारण करें।
पहले ‘बृंदारक अरे अरि’ शब्द बोलकर, फिर तीन बार ‘अरि’ शब्द जोड़कर, अंत में ‘शत्रु’ शब्द बोलकर तुपक के नाम जानें ।।१३१६।।
पहले 'बीवान' के सभी नामों का उच्चारण करें और फिर 'गति' पद का उच्चारण करें।
(फिर) चार बार 'अरी अरी' बोलें और 'नृप' बोलें।
फिर इसमें 'शत्रु' शब्द जोड़िए।
समस्त वायुयानों के नाम बोलते हुए पहले गति शब्द बोलें, फिर अरि अरि बोलकर चार बार नृप शब्द जोड़ें, फिर अंत में शत्रु शब्द जोड़ें और बुद्धिपूर्वक तुपक के नाम जानें।।१३१७।।
पहले 'अग्नि' शब्द बोलें और फिर 'जीव' शब्द बोलें।
फिर 'अरी अरी' कहकर 'निरिप' शब्द को चार बार जोड़ें।
(फिर) 'रिपु' शब्द बोलकर उस बूँद का नाम पहचानो।