सबसे पहले 'कोवंदजानी' (धनुष और बाण-धारी सेना) (शब्द) का उच्चारण करें।
इसके अंत में 'मथनी' शब्द जोड़ें।
इसे सभी बूंदों का नाम समझो।
“कोवंदजानी” शब्द बोलते हुए अंत में “मथानी” शब्द बोलें और तुपक के सभी नाम जानें।११३९।
सबसे पहले 'इखुआसजानी' (धनुष धारी सेना) (शब्द) का पाठ करें।
(फिर) इसके अंत में 'मथानी' शब्द जोड़ें।
इसे सभी बूंदों का नाम समझो।
सर्वप्रथम ‘इक्षुआसजनी’ शब्द बोलकर अंत में ‘मथनि’ शब्द जोड़ दें तथा इच्छानुसार प्रयोग करने के लिए तुपक के सभी नाम जान लें।1140.
अधिचोल
सर्वप्रथम 'कर्मुक्जनि' (धनुष-बाण सेना) श्लोक का जाप करें।
इसके अंत में 'अरिनी' शब्द जोड़ें।
(यह) सब बुद्धिमान! तुपक के नाम से जाना जाता है।
सर्वप्रथम “कारमुकजानि” शब्द बोलकर अंत में “अरिणी” शब्द जोड़ दें और तुपक के सभी नाम जान लें।।११४१।।
पहले 'रिपु तापनि' शब्द का उच्चारण करें।
(फिर) इसके अंत में 'अरिनी' शब्द जोड़ें।
(उससे) सभी बुद्धिमान! बूंद का नाम पहचानो।
पहले ‘रिपुटापिनी’ शब्द बोलकर अंत में ‘आरिणी’ शब्द लगाओ और हे बुद्धिमान् पुरुषों! प्रयोग करने के लिए तुपक के नामों को बिना किसी संकोच के पहचानो।।1142।।
पहले 'चपनी' शब्द का उच्चारण मुंह से करें।
इसके अंत में 'मथानी' शब्द जोड़ें।
(इससे) सभी बुद्धिमानों! तुपक का नाम समझो।
अपने मुख से 'चापानी' शब्द बोलो, अंत में 'मथानी' शब्द जोड़ो और तुपक के नाम जानो।११४३।
सर्वप्रथम 'पंच धारणी' शब्द का उच्चारण करें।
इसके अंत में 'मथनी' शब्द का प्रयोग करें।
हे सब बुद्धिमान् पुरुषों! इस बूँद का नाम समझो।
पहले ‘पंच-धरणानि’ शब्द बोलकर अंत में ‘मथणी’ शब्द जोड़ दें और तुपक के सभी नामों को पहचान लें।1144।
चौपाई
सबसे पहले 'सुहृदनी' (सेना) शब्द का उच्चारण करें।
इसके अंत में 'मथानी' शब्द जोड़ें।
इसे सभी बूंदों का नाम समझो।
सर्वप्रथम ‘सुहिरदायनी’ शब्द बोलकर अंत में ‘मथानी’ शब्द जोड़ दें तथा अपनी प्रवृत्ति के अनुसार प्रयोग करने के लिए तुपक के सभी नामों को जान लें।1145.
अधिचोल
सबसे पहले 'बलभानी' (सेना) शब्द का उल्लेख करें।
(फिर) इसके अंत में 'अरिनी' शब्द जोड़ें।
(यह) सब बुद्धिमान! बूंद का नाम समझो।
“वल्लभणी” शब्द और अन्त में “अरिणी” शब्द बोलकर मन में तुपक के सभी नाम जान लेना ।।११४६।।
चौपाई
सबसे पहले 'सखैनानी' (सेना) शब्द का उच्चारण करें।
(फिर) इसके अंत में 'अरिनी' शब्द जोड़ें।
इसे सभी बूंदों का नाम समझो।
पहले लकड़ी को “शाखाऐनानि” और अंत में “धरणी” शब्द बोलकर तुपक के सभी नाम जान लें ।।११४७।।
पहले 'प्रियतम' (सेना) शब्द बोलें।
(फिर) अंत में 'मथानी' शब्द जोड़ें।
इसे सभी बूंदों का नाम समझो।
पहले प्रियतमनि शब्द कहकर अंत में मथानि शब्द लगा दो और तुपक के सब नाम जान लो, उसमें कोई मिथ्यात्व नहीं है।।1148।।
अधिचोल
पहले 'सुजननी' (सेना) शब्द बोलो।
इसके अंत में 'मथानी' शब्द जोड़ें।
हे बुद्धिमानो, इस बूँद का नाम अपने मन में स्मरण करो।