इसके अंत में 'ari' शब्द जोड़ें।
सब मन में इसे एक बूँद का नाम समझो।
प्रारम्भ में ‘वृक्षार्णी’ शब्द बोलकर अन्त में ‘अरि’ शब्द लगा दें और इस प्रकार तुपक के सभी नामों को जानकर इच्छानुसार उनका प्रयोग करें।।1097।।
पहले 'राडनी' (हाथी-सेना) (शब्द) का उच्चारण करें।
इसके अंत में 'ari' शब्द जोड़ें।
इसे सभी बूंदों का नाम समझिए।
“रादानी” शब्द बोलते हुए अंत में “अरि” शब्द जोड़ें और तुपक के नाम जानें।१०९८।
(प्रथम) 'रादंचानि आरिणी' (हाथी-सेना) का पाठ करें।
इसके अंत में 'ari' शब्द जोड़ें।
इसे सभी बूंदों का नाम समझो।
‘रादन-छन्दानि-आरिणी’ शब्दों का उच्चारण करके अन्त में ‘अरि’ शब्द लगा दो और इस प्रकार बिना किसी भेदभाव के तुपक के सभी नामों को जान लो।।1099।।
अधिचोल
सबसे पहले सभी हाथियों के नाम बताओ।
इसके बाद 'अरिनी' और 'अरी' शब्द जोड़ें।
(इन्हें) सभी अच्छे लोगों को तुपक के नाम समझना चाहिए।
सभी हाथियों के नाम बोलते हुए, “अरिनी-अरी” शब्द जोड़ें और तुपक के सभी नाम जान लें।११००।
चौपाई
सबसे पहले 'निरपानी' (राजा की सेना) का प्रदर्शन करें।
इसके अंत में 'ari' शब्द जोड़ें।
इसे सभी बूंदों का नाम समझो।
पहले “नृपणी” शब्द बोलकर अंत में “अरि” शब्द जोड़कर तुपक के सभी नाम बिना किसी भेदभाव के जान लें ।।११०१।।
पहले 'भूपानी' (राजा की सेना) शब्द बोलो।
फिर इसके अंत में 'ari' जोड़ें।
इसे सभी बूंदों का नाम समझिए।
सर्वप्रथम भूपानी शब्द बोलकर अंत में अरि शब्द जोड़ दें और तुपक के सभी नाम जान लें।1102।
अधिचोल
सर्वप्रथम 'स्वामनि' शब्द का उच्चारण करें।
(फिर) इसके अंत में 'शत्रु' शब्द जोड़ो।
(इसे) सभी बुद्धिमानों को एक बूंद का नाम समझना चाहिए।
पहले ‘स्वामिनी’ शब्द बोलकर अंत में ‘शत्रु’ शब्द लगाओ और बिना किसी भेदभाव के तुपक के सभी नाम जान लो ।।1103।।
सबसे पहले 'अधिपानी' (राजा की सेना) शब्द का उच्चारण करें।
इसके अंत में 'शत्रु' शब्द जोड़ें।
(इसे) सभी बुद्धिमानों को एक बूंद का नाम समझना चाहिए।
‘आधिपानी’ शब्द कहकर अंत में ‘शत्रु’ शब्द लगा दो और बिना किसी भेदभाव के तुपक के सभी नाम जान लो ।।1104।।
सर्वप्रथम मुख से 'धरद्रिणी' (राजा की सेना) शब्द का उच्चारण करें।
इसके अंत में 'अरिनी' शब्द जोड़ें।
मन में सभी बूंदों के नामों पर विचार करो।
“धरदिराणी” शब्द का उच्चारण, तथा अंत में “अरिणी” शब्द का उच्चारण करके तुपक के सभी नामों को इच्छानुसार प्रयोग करने के लिए जानना।११०५।
सर्वप्रथम मुख से 'अधिपानी' शब्द का उच्चारण करें।
(फिर) इसके अंत में 'शत्रु' शब्द जोड़ो।
(यह) सभी चतुर लोग अपने मन में बूंद का नाम समझते हैं।
‘आधिपानी’ शब्द बोलकर अंत में ‘शत्रु’ शब्द जोड़ दें और मन में तुपक के सभी नाम जान लें ।।1106।।
पहले 'पतिनि' (शब्द) बोलें और फिर 'सतरुनि' (शब्द) बोलें।
यह बूँद का नाम है, इसे अपने हृदय में रख लो।
इसमें किसी भी प्रकार का अंतर न करें।
पत्नी शब्द कहकर शत्रुनी शब्द का उच्चारण करो और मन में तुपक नामों को जानो, इसमें कोई भेदभाव नहीं है, जहां इच्छा हो वहां इनका प्रयोग करो।।११०७।।
चौपाई
सर्वप्रथम 'भूपतिनी' (राजा की सेना) शब्द का उच्चारण करें।