आरम्भ में ‘रथनी’ शब्द कहकर अन्त में ‘रिपु अरि’ जोड़कर हे कवियों! पाश के नामों को ठीक से जानो।।४१९।।
पहले 'निरपाणि' (राजा की सेना) शब्द बोलें, फिर 'रिपु खीप' शब्द का उच्चारण करें।
प्रारम्भ में ‘नृपाणि’ कहकर फिर ‘रिपु’ शब्द जोड़ने से पाश के नाम ठीक से ज्ञात होते हैं।।४२०।।
पहले 'भटनी' (योद्धाओं की सेना) शब्द बोलें, फिर 'रिपु अरि' शब्द जोड़ें।
प्रारम्भ में 'भटानि' शब्द बोलकर फिर 'रिपु अरि' जोड़कर हे गुणवानों! पाश नाम बनते हैं।।४२१।।
पहले 'बिराणी' (योद्धाओं की सेना) शब्द बोलो, फिर 'रिपु अरि' शब्द बोलो।
प्रारम्भ में ‘वीर्णि’ शब्द का उच्चारण करके फिर ‘रिपु अरि’ शब्द जोड़ने से पाश नाम बनते हैं, जिन्हें हे बुद्धिमान् पुरुषों! तुम पहचानो।।४२२।।
पहले 'सतराणी' शब्द बोलें और फिर 'रिपु अरि' शब्द बोलें।
प्रारम्भ में ‘शत्रुणी’ शब्द का उच्चारण करके फिर ‘रिपु अरि’ शब्द जोड़ने से पाश नाम बनते हैं, जिन्हें हे बुद्धिमान् पुरुषों! आप पहचानिए।।४२३।।
पहले 'जुधानि' (युद्धरत सेना) शब्द बोलें, फिर 'रिपु अरि' शब्द जोड़ें।
(यह) पास का नाम है। बुद्धिमान सोच प्राप्त करें। ४२४।
पहले 'रिपुनि' (शत्रु की सेना) शब्द बोलें और अंत में 'रिपु खिप' शब्द बोलें।
हे बुद्धिमान् पुरुषों! प्रारम्भ में ‘रिपुणि’ शब्द रखकर अन्त में ‘रिपुक्षै’ कहकर मन में पहचानने योग्य पाश के नाम बनाये जाते हैं।।४२५।।
पहले 'अरिणी' (शत्रु सेना) कहो, फिर 'रिपु अरि' कहो।
आरम्भ में ‘अरिणी’ शब्द बोलकर फिर ‘रिपु अरि’ जोड़ने से ‘तुपक’ (पाश) नाम बनते हैं।।४२६।।
पहले 'रजनी' (राजा की सेना) कहें, फिर अंत में 'रिपु अरि' कहें।
हे बुद्धिमान् पुरुषों! प्रारम्भ में ‘राजनि’ कहकर और अन्त में ‘रिपु अरि’ जोड़कर पाश नाम बनते हैं।।४२७।।
पहले 'ईसरनि' (संप्रभु सेना) बोलें और फिर 'रिपु अरि' पद का पाठ करें।
हे बुद्धिमान् पुरुषों! प्रारम्भ में ‘ईशरनि’ शब्द बोलकर फिर ‘रिपु अरि’ शब्द जोड़कर पाश नाम बनते हैं।।४२८।।
पहले 'भूपाणी' (राजा की सेना) शब्द बोलें और अंत में 'रिपु अरि' शब्द बोलें।
हे बुद्धिमान् पुरुषों! प्रारम्भ में ‘भूपाणि’ शब्द बोलकर फिर ‘रिपु अरि’ शब्द जोड़कर पाश नाम बनते हैं।।४२९।।
पहले 'नृपजन इस्राणी' (राजा की सेना) बोलें और अंत में 'रिपु अरि' शब्द जोड़ें।
आदिमें ‘नृपजं ऐश्वर्यणि’ कहकर और अन्तमें ‘रिपु अरि’ कहकर पाशके नाम बनते हैं, जिन्हें हे कवियों! तुम ठीक-ठीक जान लो।।४३०।।
पहले 'रजनी' शब्द बोलें और अंत में 'रिपु अरि' शब्द बोलें।
प्रारम्भ में ‘रजनी’ शब्द बोलकर फिर ‘रिपु अरि’ जोड़ने से पाश नाम बनते हैं।।४३१।।
पहले 'एस्नी' (प्रभु की सेना) शब्द बोलें और फिर 'अन्तक' शब्द बोलें।
प्रारम्भ में ‘ईष्णि’ कहकर फिर ‘अन्तक’ शब्द का उच्चारण करने से पाश के नाम बनते हैं, हे कवियों, तुम उनका सुधार करो।।४३२।।
पहले 'नरेशणी' (राजा के साथ सेना) शब्द बोलें और अंत में 'रिपु अरि' बोलें।
प्रारम्भ में ‘नरेशनी’ शब्द बोलकर अन्त में ‘रिपु अरि’ शब्द जोड़ने से पाश के नाम शुद्ध बनते हैं।४३३.
पहले 'रावणी' (राजा की सेना) शब्द बोलकर, फिर अंत में 'रिपु अरि' शब्द बोलें।
प्रारम्भ में ‘रवणी’ शब्द बोलकर अन्त में ‘रिपु अरि’ शब्द जोड़ने से पाश नाम बनते हैं।।४३४।।
पहले 'रैनी' (राय की सेना) बोलें और फिर 'रिपु अरि' शब्द बोलें।
हे बुद्धिमान् पुरुषों! प्रारम्भ में ‘रायाण’ कहकर फिर ‘रिपु अरि’ जोड़कर पाश नाम बनते हैं।।४३५।।
पहले 'ईसरनि' (भगवान की सेना) बोलें और अंत में 'रिपु अरि' बोलें।
मुख्यतः “ईश्र्नि” कहकर अंत में “रिपु अरि” लगाओ और पाश के असंख्य नामों को पहचानो।।४३६।।
पहले 'धुजानि' (अग्नि सेना) बोलें और अंत में 'रिपु अरि' बोलें।
प्रारम्भ में 'धुजनि' शब्द बोलकर अन्त में 'रिपु अरि' शब्द जोड़ने से पाश नाम बनते हैं।।437।।
सर्वप्रथम 'दैतानि' (राक्षसों की सेना) शब्द का उच्चारण करें तथा अंत में 'रिपु अरि' का उच्चारण करें।
प्रारम्भ में ‘धुजनि’ शब्द बोलकर अन्त में ‘रिपु अरि’ शब्द लगाने से पाश के नाम सही पहचाने जाते हैं।।४३८।।
पहले 'राडनी' (दंतदार हाथियों की सेना) शब्द बोलें और अंत में 'रिपु अरि' बोलें।
प्रारम्भ में ‘राडनि’ शब्द बोलकर अन्त में ‘रिपु अरि’ शब्द जोड़ने से पाश के असंख्य नाम बनते हैं।439.
पहले 'बरणी' (हाथियों की सेना) शब्द बोलें और (फिर) अंत में 'रिपु अरि' शब्द जोड़ें।
प्रारम्भ में ‘वारिणी’ शब्द बोलकर अन्त में ‘रिपु अरि’ शब्द जोड़ने से पाश नाम बनते हैं।
पहले 'द्वीपनी' (दो दाँत वाले हाथियों की सेना) शब्द बोलकर अंत में 'रिपु अरि' का जाप करें।
प्रारम्भ में ‘द्वीपानि’ कहकर अन्त में ‘रिपु अरि’ जोड़कर पाश के हजारों नाम विकसित होते रहते हैं।441.
पहले 'दुर्दानि' (हाथी सेना) शब्द बोलें और फिर 'रिपु अरि' शब्द जोड़ें।
प्रारम्भ में ‘दुर्दानि’ शब्द बोलकर फिर ‘रिपु अरि’ जोड़ने से पाश नाम बनते रहते हैं।।४४२।।
सबसे पहले 'सवजनी' (हाथी-सेना) पद का पाठ करें और अंत में 'रिपु अरि' पद का पाठ करें।