उसने अपनी तलवार निकाली और आगे बढ़ा।
फिर उसने (दोस्त ने) कुछ रेत चुटकी में ली और उसकी आँखों में फेंक दी।(7)
वह अंधा होकर बैठा रहा और प्रेमी भाग गया।
इस प्रकार एक आँख वाले मनुष्य की कथा सुनकर राजा बहुत प्रसन्न हुआ।(८)(१)
शुभ चरित्र का चौवनवाँ दृष्टान्त - राजा और मंत्री का वार्तालाप, आशीर्वाद सहित सम्पन्न। (54)(1012)
चौपाई
महान राजा उत्तरी देश में रहते थे
उत्तर दिशा के एक देश में एक राजा रहता था जो सूर्य वंश का था।
रूपमती उनकी सुन्दर पत्नी थी
रूपमती उनकी पत्नी थीं; वह चंद्रमा का स्वरूप थीं।(1)
वह महिला एक घृणित संबंध में लिप्त थी।
उस महिला पर नीच चरित्र का आरोप लगाया गया और पूरी दुनिया ने उसकी आलोचना की।
जब राजा ने यह कहानी सुनी,
जब राजा को यह बात पता चली तो उसने (निराशा से) सिर हिलाया।(2)
राजा ने उस स्त्री का तोह ('लॉग') ले लिया
जब राजा ने जांच की तो पाया कि वह उस आदमी से बातचीत कर रही थी।
उस दिन से राजा ने उससे प्रेम करना छोड़ दिया।
उसने उससे प्रेम करना छोड़ दिया और कुछ अन्य महिलाओं का प्रेमी बन गया।(3)
(वह राजा) अन्य स्त्रियों के प्रेम में पड़ गया
अन्य स्त्रियों के साथ मौज-मस्ती करते समय वह उसके स्नेह की पूरी तरह उपेक्षा करता था।
वह हर दिन उसके घर आता था।
वह हर दिन उसके घर आता, स्नेह दिखाता, लेकिन प्रेम करने में उसे आनंद नहीं आता।(4)
दोहिरा
वह रात के चारों पहर उसके साथ प्रेम करता रहा था,
परन्तु अब क्रोध में भरकर वह एक बार भी विलास नहीं करता,(5)
चौपाई
जब राजा पूजा करने गया,
जब भी राजा प्रार्थना के लिए बाहर जाते, उस समय उनकी संरक्षक आती थीं।
(वे) दोनों आपस में ऐसे ही बातें करते थे
वे राजा की परवाह किये बिना खुलकर गपशप करते थे,(6)
उसके सामने (राजा के घर का) दरवाज़ा था।
चूँकि राजा का दरवाज़ा बिल्कुल सामने था, इसलिए राजा उनकी बातचीत सुन सकता था।
जब दोस्त को पता चला
जब मित्र को यह बात पता चली तो वह वहां से नहीं रुका और भाग गया।(7)
दोहिरा
राजा को अत्यन्त क्रोध में देखकर वह तुरन्त बाहर भाग गया।
रानी ने उसे रोकने की कोशिश की, लेकिन वह बेशर्म नहीं रुका।(८)
चौपाई
(राजा का प्यार पुनः पाने के लिए) उस स्त्री ने अनेक प्रयत्न किये
उसने बहुत कोशिश की और बहुत सारा धन खर्च किया,
बहुत प्रयास किये गये लेकिन एक भी सफल नहीं हुआ।
परन्तु वह नहीं माना और उसे अपने हृदय से निकाल दिया।(९)
जब यह बात (उसके व्यभिचार की) राजा के मन में आयी,
अब जब यह बात उसके दिमाग में घूमने लगी तो उसने उसके साथ सेक्स करने के बारे में सोचा भी नहीं।
ये सारे रहस्य केवल एक महिला को पता थे।
यह रहस्य केवल स्त्री ही जानती थी, जिसे लज्जित होकर वह प्रकट न कर सकी।(10)
दोहिरा
तब राजा ने आदेश दिया कि उस स्त्री को कुछ भी न दिया जाए।