सर्वप्रथम 'वसुमन्तेषणि' शब्द बोलकर अंत में 'आरिणी' शब्द जोड़ें और तुपक के सभी नाम जान लें।1171.
अधिचोल
सबसे पहले 'बसुधेसनी' (शाही सेना) शब्द का उच्चारण करें।
इसके अंत में 'मथानी' शब्द जोड़ें।
इसे सभी चतुर जन तुपका का नाम समझो।
‘वसुंधेशनी’ शब्द का उच्चारण करके अंत में ‘मथनी’ शब्द जोड़ दो और तुपक के सभी नाम जान लो ।।११७२।।
सर्वप्रथम 'बैसुंधराएसनि' (राजा की सेना) (शब्द) का जाप करें।
(फिर) इसके अंत में 'अरिनी' शब्द जोड़ें।
(इसे) सभी चतुर लोगों को एक बूँद का नाम समझना चाहिए।
पहले ‘वसुंधरेषणि’ शब्द बोलकर अंत में ‘अरिणी’ शब्द जोड़ दें और तुपक के सभी नामों को मन में चतुराई से जान लें।।1173।।
सबसे पहले 'बसुमतेसानी' (शाही सेना) शब्द का उच्चारण करें।
(फिर) इसके अंत में 'अरिनी' शब्द जोड़ें।
(यह) सभी बुद्धिमान! दिल में तुपक का नाम समझो।
सर्वप्रथम ‘वसुमतेषणि’ शब्द बोलकर अंत में ‘अरिणी’ शब्द लगाओ और तुपक के सभी नाम जान लो।।११७४।।
चौपाई
(पहले) 'समुंद्राणी एसनी' (शब्द) कहें।
इसके अंत में 'अरिनी' शब्द जोड़ें।
(यह) सभी सुजान पुरुष अपने-अपने मन में
पहले ‘समुद्रनीषाणी’ शब्द कहकर ‘अरिणी’ शब्द बोलो और हे श्रेष्ठ पुरुषों! मन में तुपक के नामों को जानो।।1175।।
(प्रथम) 'समुन्द्राणी एसनि' (शब्द) का पाठ करें।
इसके अंत में 'अरिनी' शब्द बोलें।
इसे सब तुपक के नाम के रूप में लें।
“समुन्द्र-नीशानी” शब्द बोलकर “अरिणी” शब्द जोड़ो और तुपक के सभी नाम जानो ।११७६।
सबसे पहले 'अचला इसानी' (सेना) (स्थिति) का पाठ करें।
इसके अंत में 'मथानी' शब्द जोड़ें।
इसे सभी बूंदों का नाम समझो।
सर्वप्रथम अचलेशनी शब्द बोलकर अंत में मथानी शब्द जोड़ें तथा इच्छानुसार प्रयोग करने के लिए तुपक के नाम जानें।1177.
सर्वप्रथम 'विप्लसिनी' (पृथ्वी के स्वामी की सेना) श्लोक का पाठ करें।
इसके अंत में 'अरिनी' शब्द जोड़ें।
इसे सभी बूंदों का नाम समझो।
पहले ‘विप्लेषणी’ शब्द बोलकर अंत में ‘अरिणी’ शब्द जोड़ दें और बिना किसी भेदभाव के तुपक के सभी नामों को पहचान लें।
अधिचोल
सबसे पहले 'सागर' (पृथ्वी) शब्द बोलें।
इसके अंत में 'Es Darrani' शब्द जोड़ें।
(यह) सब ठीक है! टुपैक का नाम समझिए।
सर्वप्रथम ‘सागरा’ शब्द बोलकर ‘ईश-दलनानि’ शब्द जोड़ दें तथा काव्य में प्रयोग करने के लिए तुपक के सभी नाम जान लें।1179।
सबसे पहले 'महाआरणवी' शब्द का उच्चारण करें।
इसके अंत में 'पति मर्दानानी' शब्द जोड़ें।
इसे हर बूँद का नाम समझो और अपने हृदय में रखो।
सर्वप्रथम “महा-राणावी” शब्द बोलकर अंत में “पट-मर्दननि” शब्द जोड़ दें और निर्भय होकर तुपक के सभी नाम जान लें ।।११८०।।
चौपाई
सबसे पहले 'सिंधाणी' (पृथ्वी) शब्द का उच्चारण करें।
(फिर) अंत में 'पति अर्दनी' शब्द बोलें।
इसे सब तुपक के नाम के रूप में लें।
सबसे पहले “सिंधुनी” शब्द बोलकर, उसके बाद “अरदानी” शब्द जोड़ो और तुपक के सभी नाम जान लो।११८१।
पहले 'निरलयानि' (पृथ्वी) (शब्द) का उच्चारण करें।
(फिर) 'नायक अरिणि' शब्द जोड़ें।
इसे सभी बूंदों का नाम समझो।