भगवान उन सभी का सहारा है जो किसी सहारे से वंचित हैं। वह उन लोगों की शरण है जिनका कोई ख्याल रखने वाला नहीं है। वह उन सभी अनाथों का स्वामी है। वह बेसहारा लोगों के लिए दया का धाम है।
जो लोग कहीं शरण नहीं पाते, उन्हें वे शरण देते हैं। गरीबों के लिए उनका नाम ही असली खजाना है। अंधे के लिए वे लाठी हैं। कंजूसों पर भी वे अपनी कृपा बरसाते हैं।
कृतघ्नों के लिए, वह उनकी ज़रूरतों को पूरा करने वाला है। वह पापियों को धर्मपरायण बनाता है। वह पापियों को नरक की आग से बचाता है और दयालु, दयावान, परोपकारी और पालनकर्ता के अपने चरित्र का पालन करता है।
वे सभी दोषों का नाश करने वाले हैं तथा सभी के गुप्त कर्मों को जानते हैं। वे सभी सुख-दुःख में साथ देने वाले साथी हैं। ऐसे प्रभु उन लोगों के लिए अमृत के भण्डार हैं जो उनके दिव्य अमृत का आस्वादन करते हैं। (387)