चूंकि समुद्र पर निर्भर जीव जैसे मछली, कछुआ, बगुला, हंस, मोती, कीमती पत्थर और अमृत आदि का संबंध जल (जैसे समुद्र आदि) से माना जाता है।
जिस प्रकार ताला, चाबी, तलवार, कवच तथा अन्य हथियार एक ही लोहे से बनते हैं, उसी प्रकार लोहा भी एक ही लोहे से बनता है।
जैसे मिट्टी से अनेक प्रकार के बर्तन बनाये जाते हैं जिनमें दूध, जल, खाद्य पदार्थ और औषधियाँ रखी जाती हैं;
इसी प्रकार अनेक प्रकार के दार्शनिक ग्रन्थ, चार वर्ण व्यवस्था, चार जीवन धाम तथा धर्म गृहस्थ जीवन की शाखाएँ कहलाते हैं। (ये सब गृहस्थ जीवन के कारण ही हैं।) (375)