नदी के बाहर जलती हुई आग को नदी के पानी से बुझाया जा सकता है, लेकिन नदी में नाव में आग लग जाए तो उसे कैसे बुझाया जा सकता है?
खुले में डाकू के हमले से बचने के लिए तो कोई भागकर किसी किले या अन्य स्थान पर शरण ले सकता है, लेकिन जब कोई किले में लूटपाट करे, तब क्या किया जा सकता है?
यदि चोरों के भय से कोई शासक की शरण ले और शासक दण्ड देने लगे तो क्या किया जा सकता है ?
सांसारिक विवशताओं के जाल से डरकर यदि कोई गुरु के द्वार पर जाए और वहाँ भी माया उस पर हावी हो जाए तो फिर कोई छुटकारा नहीं है। (५४४)