कबित सव्ये भाई गुरदास जी

पृष्ठ - 221


ਜਨਨੀ ਸੁਤਹਿ ਬਿਖੁ ਦੇਤ ਹੇਤੁ ਕਉਨ ਰਾਖੈ ਘਰੁ ਮੁਸੈ ਪਾਹਰੂਆ ਕਹੋ ਕੈਸੇ ਰਾਖੀਐ ।
जननी सुतहि बिखु देत हेतु कउन राखै घरु मुसै पाहरूआ कहो कैसे राखीऐ ।

अगर माँ अपने बेटे को जहर दे दे तो उससे प्यार कौन करेगा? अगर चौकीदार घर लूट ले तो घर की सुरक्षा कैसे होगी?

ਕਰੀਆ ਜਉ ਬੋਰੈ ਨਾਵ ਕਹੋ ਕੈਸੇ ਪਾਵੈ ਪਾਰੁ ਅਗੂਆਊ ਬਾਟ ਪਾਰੈ ਕਾ ਪੈ ਦੀਨੁ ਭਾਖੀਐ ।
करीआ जउ बोरै नाव कहो कैसे पावै पारु अगूआऊ बाट पारै का पै दीनु भाखीऐ ।

यदि नाविक नाव डुबो दे तो यात्री किनारे तक कैसे पहुंचेंगे? यदि नेता रास्ते में धोखा दे दे तो न्याय के लिए किससे प्रार्थना की जाए?

ਖੇਤੈ ਜਉ ਖਾਇ ਬਾਰਿ ਕਉਨ ਧਾਇ ਰਾਖਨਹਾਰੁ ਚਕ੍ਰਵੈ ਕਰੈ ਅਨਿਆਉ ਪੂਛੈ ਕਉਨੁ ਸਾਖੀਐ ।
खेतै जउ खाइ बारि कउन धाइ राखनहारु चक्रवै करै अनिआउ पूछै कउनु साखीऐ ।

यदि रक्षा करने वाला बाड़ा ही फसल खाने लगे (रखवाला ही फसल नष्ट करने लगे) तो उसकी देखभाल कौन करेगा? यदि राजा अन्यायी हो जाए तो साक्षी की परीक्षा कौन करेगा?

ਰੋਗੀਐ ਜਉ ਬੈਦੁ ਮਾਰੈ ਮਿਤ੍ਰ ਜਉ ਕਮਾਵੈ ਦ੍ਰੋਹੁ ਗੁਰ ਨ ਮੁਕਤੁ ਕਰੈ ਕਾ ਪੈ ਅਭਿਲਾਖੀਐ ।੨੨੧।
रोगीऐ जउ बैदु मारै मित्र जउ कमावै द्रोहु गुर न मुकतु करै का पै अभिलाखीऐ ।२२१।

यदि चिकित्सक रोगी को मार डाले, मित्र मित्र को धोखा दे, तो किस पर विश्वास किया जा सकता है? यदि गुरु अपने शिष्य को मोक्ष न दे, तो किससे मोक्ष की आशा की जा सकती है? (221)