जैसे नीचे की ओर बहने वाला जल ठंडा और प्रदूषण रहित रहता है, किन्तु ऊपर की ओर जाने वाली अग्नि गर्मी और प्रदूषण पैदा करती है;
जैसे आम का पेड़ फल लगने पर झुक जाता है और लंबी उम्र जीता है, लेकिन अरंडी का पौधा नहीं झुकता। अगर हम उसे झुकाएंगे तो वह टूट जाएगा, इसलिए वह टूट जाता है। इसलिए उसकी उम्र कम होती है।
जिस प्रकार एक छोटे आकार के चंदन के वृक्ष की मधुर सुगंध उसके आस-पास की वनस्पतियों में समा जाती है, किन्तु अपने आकार के घमंड में चूर एक लंबा और ऊंचा बांस का पौधा चंदन के वृक्ष की सुगंध को अवशोषित नहीं कर पाता।
इसी प्रकार दुष्ट और धर्मत्यागी लोग अपने अहंकार और अभिमान से बंधे हुए पाप करते हैं। इसके विपरीत जो अच्छे लोग गुरु के मार्ग पर चलते हैं और विनम्र होते हैं, वे रुबिया मुंजिस्ता (मजीठ) जैसे अच्छे काम करते हैं। (रस्सी बनाने के लिए रेशा ऊपर की ओर बढ़ता है और उसका उपयोग किया जाता है