परिवार की प्रतिष्ठा की रक्षा, घर के बड़ों के समक्ष शांत और संतुलित व्यवहार तथा विवाहित स्त्री से अपेक्षित उचित आचरण का पालन करने के कारण अच्छे परिवार की बहू को पतिव्रता और गुणवान कहा जाता है।
जो स्त्री बुरे लोगों की संगति करती है, अत्यन्त निंदनीय कार्य करती है तथा अनैतिक कार्यों में लिप्त रहती है, उसे वेश्या कहते हैं।
गुणवान स्त्री का पुत्र वंश को आगे बढ़ाता है, परन्तु वेश्या के पुत्र के पिता का नाम कौन बता सकता है?
जैसे कौए के समान स्वभाव वाला स्वेच्छाचारी मनुष्य सब ओर घूमता रहता है, उसी प्रकार हंस के समान स्वभाव वाला गुरु-प्रधान मनुष्य गुरु द्वारा बताए गए भगवान के नाम का आश्रय लेकर सम्मान पाता है। (164)