धन्य हैं वे लोग जो पलटती हुई नाव से बच जाते हैं। अगर डूब गए तो पश्चाताप के अलावा कुछ नहीं होगा।
जो लोग जलते हुए घर से बच निकलते हैं वे धन्य हैं। अगर कोई जलकर राख हो जाए तो कुछ नहीं किया जा सकता।
जैसे चोर जब चोरी कर रहा हो, तब जागने पर जो कुछ चोर पीछे छोड़ जाता है, वही बोनस और आशीर्वाद है। अन्यथा सुबह घर खाली मिलता है।
इसी प्रकार यदि कोई भटका हुआ व्यक्ति जीवन के अंतिम समय में भी गुरु की शरण में आ जाए तो उसे मोक्ष की प्राप्ति हो सकती है, अन्यथा वह मृत्यु के दूतों के हाथों में पड़कर विलाप करता रहेगा। (६९)