शहद की मिठास मीठे शब्दों की मिठास से मेल नहीं खा सकती। कोई भी जहर कड़वे शब्दों से ज्यादा तकलीफदेह नहीं होता।
मीठे शब्द मन को उसी प्रकार शीतल करते हैं, जैसे शीतल पेय शरीर को शीतलता प्रदान करते हैं तथा गर्मी के दिनों में आराम प्रदान करते हैं, किन्तु अत्यधिक कड़वी बातें भी तीखे और कठोर शब्दों की तुलना में कुछ भी नहीं हैं।
मीठे शब्द शांति, तृप्ति और संतोष प्रदान करते हैं जबकि कठोर शब्द बेचैनी, दुर्गुण और थकान पैदा करते हैं।
मीठे शब्द कठिन कार्य को आसान बना देते हैं जबकि कठोर और कड़वे शब्द आसान कार्य को कठिन बना देते हैं। (256)