जैसे एक फल के बगीचे में अनेक प्रकार के फलदार वृक्ष होते हैं, परन्तु पक्षी केवल उसी वृक्ष की ओर उड़ते हैं जिसमें मीठे फल होते हैं।
पहाड़ों में अनेक प्रकार के पत्थर उपलब्ध हैं, लेकिन हीरे की तलाश में व्यक्ति उस पत्थर को देखने के लिए लालायित रहता है, जिससे उसे हीरा मिल सके।
जिस प्रकार एक झील में अनेक प्रकार के जलीय जीव रहते हैं, लेकिन हंस केवल उसी झील में जाता है जिसके सीप में मोती हों।
इसी प्रकार अनेक सिख सच्चे गुरु की शरण में रहते हैं, परन्तु जिसके हृदय में गुरु का ज्ञान रहता है, लोग उसकी ओर आकर्षित होते हैं। (366)