जिस प्रकार कपूर और नमक सफेद होने के कारण एक जैसे दिखते हैं, उसी प्रकार केसर और कुसुम की पंखुड़ियां लाल होने के कारण एक जैसी दिखती हैं।
जिस प्रकार चांदी और कांसा एक समान चमकते हैं, उसी प्रकार काजल और अगरबत्ती की राख को तेल में मिलाकर चमकाने पर भी कालापन आ जाता है।
जिस प्रकार कोलोसिंथ (टुमा) और आम दोनों पीले होने के कारण एक जैसे दिखते हैं, उसी प्रकार हीरा और संगमरमर दोनों एक जैसे रंग के होते हैं।
इसी प्रकार मूर्ख व्यक्ति की दृष्टि में अच्छे और बुरे व्यक्ति एक समान दिखाई देते हैं, किन्तु जो गुरु की शिक्षा से युक्त ज्ञानी होता है, वह हंस की तरह दूध और पानी में अंतर करना जानता है। वह संत और पापी में अंतर करने की क्षमता रखता है।