जिस प्रकार हाथ में लिया हुआ हीरा बहुत छोटा लगता है, लेकिन जब मूल्यांकित करके बेचा जाता है तो तिजोरी भर देता है।
जिस प्रकार एक व्यक्ति के पास रखा चेक/ड्राफ्ट वजन में नहीं होता, लेकिन जब उसे दूसरे छोर पर भुनाया जाता है तो बहुत पैसा मिलता है।
जिस प्रकार बरगद के पेड़ का बीज बहुत छोटा होता है, लेकिन जब बोया जाता है तो वह बड़ा पेड़ बन जाता है और चारों ओर फैल जाता है।
गुरु के आज्ञाकारी सिखों के हृदय में गुरु की शिक्षाओं के बस जाने का भी यही महत्व है। इसका महत्व प्रभु के दिव्य दरबार में पहुँचने पर ही माना जाता है। (नाम का जप करने वाले प्रभु के दरबार में सम्मानित होते हैं) (373)