पवित्र लोगों की संगति में, ईश्वर को निकट समझा जाता है।
पवित्र की संगति में सभी संघर्ष सुलझ जाते हैं।
संत की संगति से मनुष्य को नाम रत्न की प्राप्ति होती है।
पवित्र लोगों की संगति में, व्यक्ति के प्रयास एक ईश्वर की ओर निर्देशित होते हैं।
कौन सा मनुष्य पवित्र की महिमापूर्ण स्तुति की बात कर सकता है?
हे नानक, पवित्र लोगों की महिमा भगवान में विलीन हो जाती है। ||१||
पवित्र लोगों की संगति में, मनुष्य को अज्ञेय भगवान का साक्षात्कार होता है।
पवित्र की संगति में व्यक्ति सदैव फलता-फूलता रहता है।
पवित्र की संगति में, पांचों वासनाएं शांत हो जाती हैं।
पवित्र की संगति में, मनुष्य को अमृत का आनन्द मिलता है।
पवित्र की संगति में व्यक्ति सबकी धूल बन जाता है।
पवित्र लोगों की संगति में, मनुष्य की वाणी आकर्षक होती है।
पवित्र लोगों की संगति में मन भटकता नहीं है।
पवित्र लोगों की संगति में मन स्थिर हो जाता है।
संत की संगति से मनुष्य माया से मुक्त हो जाता है।
हे नानक! पवित्र लोगों की संगति से भगवान पूर्णतया प्रसन्न होते हैं। ||२||
पवित्र की संगति में सभी शत्रु मित्र बन जाते हैं।
पवित्र लोगों की संगति में महान पवित्रता होती है।
पवित्र लोगों की संगति में किसी से घृणा नहीं होती।
पवित्र लोगों की संगति में मनुष्य के पैर नहीं भटकते।